Wednesday, February 23, 2011

तेलंगानाः कांग्रेस सांसदों ने दी आत्महत्या की धमकी

तेलंगाना क्षेत्र के आंद¨लनकारी कांग्रेस सांसद¨ं ने आज धमकी दी कि अगर अलग राज्य्ा की उनकी मांग नहीं मानी गई त¨ वे संसद भवन परिसर में आत्महत्य्ाा कर लेंगे। उन्ह¨ंने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के वक्तव्य्ा देने तक वे संसद क¨ नहीं चलने देंगे। सांसद¨ं के आंद¨लन से भ©ंचक विधि मंत्री एम वीरप्पा म¨इली ने आज कहा कि उन्हें ‘टकराव‘ की बजाय्ा ‘विश्वास‘ का माह©ल तैय्ाार करना चाहिए ताकि इस बात क¨ सुनिश्चित किय्ाा जा सके कि मुद्दे का समाधान निकले। उन्ह¨ंने ज¨र दिय्ाा कि आंध्र प्रदेश विधानसभा से उचित प्रक्रिय्ाा शुरू की जानी चाहिए। हैदराबाद से कांग्रेस सांसद एस सत्य्ानाराय्ाण ने संवाददाताअ¨ं से कहा, ‘‘अलग तेलंगाना राज्य्ा के लिए अनेक ल¨ग अपनी जान दे रहे हैं। हम अपनी य्ाह मांग नहीं छ¨ड़ेंगे। हमारे ल¨ग अपने प्राण न्य्ा¨छावर करते रहेंगे अ©र अगर मांगें नहीं पूरी की गईं त¨ हम संसद में आत्महत्य्ाा करेंगे।‘‘ आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र के 11 सांसद¨ं के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी अ©र संसदीय्ा कायर््ा मंत्री पवन कुमार बंसल से मुलाकात की अ©र इस बात पर ज¨र दिय्ाा कि उनकी मांगें मानी जाएं।

सत्य्ानाराय्ाण ने कहा, ‘‘अनेक ल¨ग¨ं ने जब पाय्ाा कि कांग्रेस कुछ नहीं कर रही है त¨ उन्ह¨ंने आत्महत्य्ाा की। श्रीकृष्णा समिति अपनी रिप¨र्ट दे चुकी है इसके बावजूद आज भी राष्ट्रपति के अभिभाषण में इसका उल्लेख नहीं किय्ाा गय्ाा है। य्ाह बेहद निराशाजनक है। ल¨ग महसूस करते हैं कि संप्रग तेलंगाना के बारे में गंभीर नहीं है।‘‘ आंद¨लनकारी सांसद¨ं ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर उनका आंद¨लन कई वषर्¨ं से चल रहा है अ©र अनेक ल¨ग¨ं ने इसके लिए अपने प्राण¨ं की आहुति दी है। सत्य्ानाराय्ाण ने कहा, ‘‘2जी स्पेक्ट्रम जिसे अनेक ल¨ग नहीं समझते हैं अ©र जिसके लिए किसी ने भी अपने प्राण¨ं की आहुति नहीं दी है उसके बारे में प्रधानमंत्री ने जेपीसी के गठन क¨ लेकर वक्तव्य्ा दिय्ाा।‘‘ उन्ह¨ंने मांग की कि प्रधानमंत्री क¨ उसी तर्ज पर तेलंगाना के मुद्दे पर भी बय्ाान देना चाहिए। सांसद ने कहा, ‘‘9 दिसंबर 2009 क¨ सरकार ने नीतिगत वक्तव्य्ा दिय्ाा था कि तेलंगाना के गठन के लिए एक प्रस्ताव पेश किय्ाा जाएगा। लेकिन उसके बाद वे (सरकार) अपने वादे से पीछे हट गए।‘‘ सूत्र¨ं ने कहा कि सरकार तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सांसद¨ं की अ¨र से संसद की कायर््ावाही बाधित किए जाने से आश्चयर््ाचकित है। संसद क¨ चलने देने का तरीका ढूंढने के लिए प्रय्ाास किए जा रहे हैं।

म¨इली ने ज¨र दिय्ाा कि नए राज्य्ा के गठन के लिए पहले आंध्र प्रदेश विधानसभा से एक प्रस्ताव पास किय्ाा जाना चाहिए अ©र आंद¨लनकारी सांसद¨ं क¨ इस तरह के काम के लिए प्रक्रिय्ाा का पालन करना चाहिए। म¨इली ने कहा, ‘‘कैसे (इस तरीके से) तेलंगाना का गठन किय्ाा जा सकता है। एक प्रक्रिय्ाा है। विधेय्ाक क¨ संसद में तब तक पेश नहीं किय्ाा जा सकता है जब तक कि विधानसभा इसे पारित नहीं कर देती। हमें एक ऐसा माह©ल तैय्ाार करना है जिसे टकराव से तैय्ाार नहीं किय्ाा जा सकता। इसे विश्वास के जरिए तैय्ाार किय्ाा जाना है।‘‘ सरकार कथित त©र पर आंद¨लनकारी सांसद¨ं क¨ शांत करने के उपाय्ा तलाश रही है ताकि संसद सामान्य्ा रूप से चल सके। म¨इली ने कहा कि इन सांसद¨ं की कार्रवाई ज्य्ाादा गलतफहमी पैदा करेगी अ©र उन्ह¨ंने ज¨र दिय्ाा कि सöावपूर्ण तरीके से समाधान ढूंढा जाना चाहिए।09837261570

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